अपना आकाश
यह एक खोज है ढूँढने की इतने बड़े आसमान में मुट्ठी भर "अपना आसमान ".
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रविवार, 13 दिसंबर 2015
लघु कथा -हमदर्द
पंडित दीनानाथजी वृद्ध हैं ।
कानो से सुनाई नहीं देता है
,
बी .पी .है
,
शुगर है पर सबसे ज्यादा परेशान उन्हें गठिया ने कर रक्खा है .
ठीक से चला भी नहीं जाता है।
घर में बहू है बच्चे हैं।
श्रीमतीजी का स्वर्गवास हुए एक साल हो गया है।
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