शनिवार, 25 मार्च 2017

मृत्यु ...दुनिया से जाने वाले जाने चले जाते हैं कहाँ ?







मृत्यु जीवन से कहीं ज्यादा व्यापक है , क्योंकि हर किसी की मृत्यु होती है , पर हर कोई जीता नहीं है -जॉन मेसन 

                                           मृत्यु ...एक ऐसे पहेली जिसका हल दूंढ निकालने में सारी  विज्ञान लगी हुई है , लिक्विड नाईटरोजन में शव रखे जा रहे हैं | मृत्यु ... जिसका हल खोजने में सारा आध्यात्म लगा हुआ है | नचिकेता से ले कर आज तक आत्मा और परमात्मा का रहस्य खोजा जा रहा है | मृत्यु जिसका हल खोजने में सारा ज्योतिष लगा हुआ है | राहू - केतु , शनि मंगल  की गड्नायें  जारी हैं | फिर भी मृत्यु है | उससे भयभीत उससे बेखबर हम भी | युधिष्ठर के उत्तर से यक्ष भले ही संतुष्ट हो गए हों | पर हम आज भी उसी भ्रम में हैं | हम शव यात्राओ में जाते है | माटी बनी देह की अंतिम क्रिया में भाग लेते हैं | मृतक के परिवार जनों को सांत्वना देते हैं | थोडा भयभीत थोडा घबराए हुए अपने घर लौट कर इस भ्रम के साथ अपने घर के दरवाजे बंद कर लेते हैं की मेरे घर में ये कभी नहीं होगा | अगले दिन उसी छल  कपट के साथ धंधे  व्यापार में लग जाते है |परन्तु एक प्रश्न शाश्वत  रूप से चलता रहता है | आखिर मरने के बाद कहाँ जाते हैं ?या मृत्यु के समय कैसा महसूस होता है
                                            वैसे तो मृत्यु के समय व्यक्ति क्या सोंचता है ,  बाद कहाँ जाता है  इसका कोई हल अभी तक निकाला नहीं जा सका है | परन्तु अभी तक की जानकारी के अनुसार मृत्यु के समय व्यक्ति की आँखों के सामने उसकी पूरी जिंदगी एक रील की तरह घूमती है |कई अस्पतालों की नर्सों , जिनका सामना अक्सर मरणासन्न मरीजों से होता है के अनुसार मरते समय व्यक्ति अपने बहुत सारे राज़ खोलता है | ज्यादातर व्यक्ति अपने द्वारा किये गए गलत काम याद करता है , जो उसने अभी तक किसी को नहीं बताये होते हैं | साथ ही उसे अपने मृत रिश्तेदार दिखाई देते हैं | मृत्य के बाद सूक्ष्म  शरीर , स्थूल शरीर से अलग हो जाता है |सूक्ष्म शरीर प्रकाश की गति से चलता है | हालांकि आत्मा को पता होता है की उसे कब शरीर छोड़ना है | फिर भी कई बार शूक्ष्म शरीर अपने स्थूल शरीर को छोड़ने के बाद सदमे की स्तिथि में आ जाता है | वो अपने  रिश्तेदारों को रोते देख विचलित होता है | या प्रकाश  की गति से उन रिश्तेदारों के पास भी जाता है जो उस समय उसके करीब नहीं होते हैं | कई लोगों ने अपने मृतक रिश्तेदारों का मृत्यु के समय पास होने , दिखाई देने का अहसास किया है |कुछ आत्माएं अपने प्रिय् जनों  से वार्तालाप करने का प्रयास करती हैं |
                                   इसके बाद आत्माएं पृथ्वी के अतिरिक्त अन्य लोकों की तरफ प्रस्थान करती हैं या पृथ्वी पर ही रहती हैं | इसका चयन वो खुद करती हैं या कोई बल उन्हें खींच कर ले जाता है | इसके विषय में अभी पूरी जानकारी नहीं हैं |
                                               

                                

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